मौसम अपडेट: पांच राज्यों में चक्रवाती तूफान के साथ भारी बारिश के आसार

दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर, मालदीव, कोमोरिन और लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल तट पर हवाओं की गति 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं, मछुआरों को इन जगहों पर जाने से बचने की दी गई है चेतावनी

By Dayanidhi

On: Friday 14 May 2021
 
Photo : Wikimedia Commons

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, लक्षद्वीप क्षेत्र और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यहां अगले 12 घंटों तक एक ही क्षेत्र में दबाव के बाद अगले 24 घंटों के दौरान इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। तूफान के और तेज होने तथा उत्तर, उत्तर-पश्चिम की ओर गुजरात और उससे सटे पाकिस्तान के तटों की ओर बढ़ने का अनुमान है। इसके 18 मई शाम के आसपास गुजरात तट पर पहुंचने के आसार बन रहे हैं।

इसके प्रभाव के चलते 13 से 16 मई के दौरान लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का अनुमान है, 13 और 14 मई को इसके निकटवर्ती इलाकों में मूसलाधार बारिश या कुछ जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं। 13 से 16 मई के दौरान केरल में कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं, 14 और 15 मई को अलग-अलग स्थानों पर लगभग 20 सेमी या उससे अधिक बारिश होने का अनुमान है।

14 से 16 मई के दौरान तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है, 15 मई को इसके निकटवर्ती अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है। 14 से 17 मई के दौरान कर्नाटक के तटीय और आस-पास के घाट जिलों में कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है। 16-17 मई के दौरान दक्षिण कोंकण और गोवा में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की आशंका है।

एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते हवा का प्रसार मध्य ट्रोपोस्फेरिक स्तरों के साथ हो रहा है, जिसके चलते चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण उत्तर प्रदेश और पड़ोस के मध्य भागों पर बना हुआ है और एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान और निचले स्तरों में पर बना हुआ है।

इन प्रणालियों के प्रभाव के चलते, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने, तेज हवाएं चलने तथा ओलावृष्टि के साथ भारी वर्षा होने का अनुमान है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है। साथ ही अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी भारी वर्षा की आशंका है। 

दक्षिण-पूर्व से मध्य प्रदेश में चक्रवाती तूफान का प्रसार हो रहा है, जिसके प्रभाव में झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम से लेकर आस-पास के क्षेत्रों में गरज के साथ भारी बारिश होने का अनुमान है। सिक्किम और पूर्वी भारत के बाकी हिस्सों में अगले 2 दिनों में बारिश होने, गरज के साथ बौछारें पड़ने के बाद मौसम की गतिविधि की तीव्रता में कमी आने का अनुमान है। अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश और असम और मेघालय में भी भारी बारिश की आशंका है। 

अगले 5 दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू (हीट वेव) चलने का अनुमान नहीं है।

कल कहां हुई भारी बारिश और कहां पड़ी बौछारें

बीते दिन 8:30 से 5:30 बजे के दौरान हिमाचल प्रदेश और लक्षद्वीप में अधिकांश स्थानों पर, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर और यनम, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में कई स्थानों में बारिश हुई तथा कई जगहों पर गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितनी वर्षा रिकॉर्ड की गई

कल यानी 13 मई को 8:30 बजे से 5:30 बजे के दौरान अगरतला में 7 सेमी, कोट्टायम में 5 सेमी, चंद्रबली, भुवनेश्वर, पारादीप, कोडाइकनाल, अमिनी देवी और मिनिकॉय हर जगह 3 सेमी, सुंदर नगर, देहरादून, कुरनूल, तूतीकोरिन, गोपालपुर प्रत्येक जगह में 2 सेमी, ओंगझारगढ़, तिरुत्तानी, डायमंड हार्बर, अलापुझा, तिरुवनंतपुरम हर जगह 1 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।

13 मई को 8:30 बजे से 5:30 बजे के दौरान त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई। 

कल कहां चली आंधी और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें

कल यानी 13 मई को जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड में अलग-अलग स्थानों पर, ओडिशा, असम, त्रिपुरा, तेलंगाना, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे में गरज के साथ बौछारें पड़ी, इन जगहों पर आज 5:30 बजे के दौरान इसी तरह की गतिविधि के आसार बन रहे हैं।

अधिकतम तापमान कहां रहा सामान्य से ऊपर अथवा नीचे

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ स्थानों पर, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश और झारखंड के अधिकांश स्थानों पर, बिहार, उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों,  जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद  और उत्तर मध्य प्रदेश में अलग-थलग स्थानों अधिकतम तापमान सामान्य -5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे रहा।

पश्चिम राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कई स्थानों में, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और रायलसीमा में कुछ स्थानों पर, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, ओडिशा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर पर अधिकतम तापमान सामान्य से -3.1 डिग्री सेल्सियस से -5.0 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।

केरल और माहे के अधिकतर स्थानों पर, पूर्वी मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ स्थानों पर, मध्य प्रदेश और दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में अलग स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा,  देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य रहा।

सबसे अधिक तापमान

कल, चंद्रपुर (विदर्भ) में अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

न्यूनतम तापमान कहां रहा सामान्य से ऊपर अथवा नीचे

सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ स्थानों पर, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस अधिक था। उत्तर प्रदेश और बिहार के कई स्थानों पर, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों पर, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, असम, मेघालय और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से -3.1 डिग्री सेल्सियस से -5.0 डिग्री सेल्सियस कम रहा। 

उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर; पंजाब, रायलसीमा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में न्यूनतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस से और देश के बाकी हिस्सों में सामान्य से नीचे रहा।

सबसे कम तापमान

कल, 13 मई को देश के मैदानी इलाकों में फतेहगढ़ (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

देश में कैसा रहेगा आज का मौसम

Source : IMD

आज 14 मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, गरज के साथ बौछारें पड़ने और 40-50 किमी प्रति घंटे तक की गति से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, करिकाल, केरल और माहे, लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे तक की दर से तेज हवाएं चलने के आसार हैं। 

जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान लगाया गया है।

आज कहां हो सकती है भारी बारिश

लक्षद्वीप, केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश के आसार हैं। तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान है।

चेतावनी

दक्षिण-पश्चिम तथा आसपास के दक्षिण पूर्व अरब सागर और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर, मालदीव, कोमोरिन और लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की दर से हवा चलेगी जिसकी गति 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार मछुआरों को चेतावनी दी गई है कि इन क्षेत्रों में मछली पकड़ने या व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाएं।

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