तीन सालों की गिरावट के बाद 2021 में शार्क के हमलों में दर्ज की गई 40 फीसदी की बढ़ोतरी

2021 के दौरान शार्क के अकारण हुए 73 हमले दर्ज किए गए थे, जिनमें से सबसे ज्यादा करीब 64 फीसदी अकेले अमेरिका में सामने आए थे। शार्क के हमलों में कुल 11 लोगों की जान गई थी

By Lalit Maurya

On: Thursday 27 January 2022
 
फोटो: बर्नार्ड डुपोंट

वैश्विक स्तर पर लगातार तीन सालों की गिरावट के बाद 2021 में एक बार फिर इंसानों पर शार्क के हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है। फ्लोरिडा म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री द्वारा जारी इंटरनेशनल शार्क अटैक फाइल के अनुसार 2021 में शार्क के 73 अकारण हुए हमले दर्ज किए गए थे।

गौरतलब है कि यह मामले हैं जिनमें शार्क को छेड़ा या परेशान नहीं किया गया था। लेकिन इतना जरूर है कि इस दौरान इंसान शार्क के प्राकृतिक आवास में जरूर गया था। वहीं 2020 की बात की जाए तो उस वर्ष में शार्क के इस तरह के 52 हमले दर्ज किए गए थे, जोकि दशक में किसी वर्ष में किए गए सबसे कम हमले भी थे।

यदि पिछले पांच वर्षों (2016-20) के औसत को देखें तो वो 72 दर्ज किया गया है। इसका मतलब है कि पिछले वर्ष की तुलना में अकारण होने वाले शार्क के हमलों में करीब 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। देखा जाए तो शार्क के हमलों में जो कमी 2020 में दर्ज की गई थी वो कहीं हद तक कोविड-19 महामारी के चलते हुए लॉकडाउन का नतीजा थी।

वहीं जानबूझ कर तंग और परेशान करने के चलते इंसानों पर शार्क के हमलों के 2021 में करीब 39 मामले सामने आए थे। शार्क के हमलों के यह वो मामले हैं जो तब सामने आए थे जब इंसानों ने या तो वो उन्हें परेशान या छूने की कोशिश कर रहे थे। या फिर उन्हें खिलाने की कोशिश या जाल से छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे। 

इतना ही नहीं रिपोर्ट से पता चला है कि 2021 में शार्क के हमलों में 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। जिनमें से 9 लोगों की मौत शार्क और इंसानों की अकारण हुई मुठभेड़ का परिणाम थी। देखा जाए तो यह औसत से काफी ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर औसतन शार्क के हमलों में 5 लोगों की जान जा रही है। 

अमेरिका में दर्ज किए गए थे सबसे ज्यादा 64 फीसदी मामले

देखा जाए तो 2021 के दौरान शार्क के सबसे ज्यादा हमले अमेरिका में दर्ज किए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार 2021 में शार्क के करीब 64 फीसदी यानी 47 अकारण होने वाले हमले अमेरिका में दर्ज किए गए थे। जिनमें एक इंसान की जान गई थी।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 12 हमले दर्ज किए गए थे जिनमें 3 लोगों की जान गई थी। इसके बाद ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में तीन-तीन मामले सामने आए थे। वहीं न्यू केलडोनिया में दो और कनाडा, इक्वेडोर और सेंट किट्स एंड नेविस में एक-एक मामले सामने आए थे। 

इतना ही नहीं यदि इंटरनेशनल शार्क अटैक फाइल द्वारा रिकॉर्ड हर दशक शार्क के होने वाले अकारण हमलों को देखें तो जहां 1900 से 1909 के बीच यह आंकड़ा 39 था वो 1950 से 1959 के बीच बढ़कर 147 पर पहुंच गया था। 1990 से 99 के दशक में यह 500, जबकि 2000 से 2009 के बीच 661 और 2010 से 2019 के बीच 803 दर्ज किया गया था। वहीं 2020 से 2029 के दशक की बात की जाए तो अब तक कुल शार्क के अकारण होने वाले 126 हमले सामने आ चुके हैं। 

वहीं यदि 1580 से देखें तो अब तक शार्क के अकारण हमलों के 3,292 मामले सामने आए थे जिनमें से करीब 1,563 अकेले अमेरिका में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 682 और दक्षिण अमेरिका में भी 258 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। यदि भारत की बात करें तो अब तक देश में शार्क के हमलों के 14 मामले दर्ज किए गए हैं। 

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