ब्राजील में मिली विलुप्त होते स्क्रीच उल्लू की दो नई प्रजातियां

ब्राजील के अमेज़न और अटलांटिक वर्षावनों में स्क्रीच उल्लू की दो नई प्रजातियां मिली हैं जो विज्ञान के लिए बिलकुल नई हैं|

By Lalit Maurya

On: Friday 02 April 2021
 
ब्राज़ील के जंगलों में मिली उल्लू की नई प्रजाति जिंगू स्क्रीच उल्लू (मेगास्कॉप्स स्टेनजिया), फोटो: क्लेटन सिल्वा

ब्राजील के अमेज़न और अटलांटिक वर्षावनों में स्क्रीच उल्लू की दो नई प्रजातियां मिली हैं जो विज्ञान के लिए बिलकुल नई हैं। इन दोनों ही प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है और संभव है कि इन्हें संकटग्रस्त के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा। अमेरिका, फिनलैंड और ब्राजील के शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किया गया यह शोध जर्नल ज़ुटाक्सा में प्रकाशित हुआ है।

इन प्रजातियों की खोज से पहले इन प्रजातियों को दक्षिण अमेरिका की दो अन्य उल्लूओं की प्रजातियों के साथ रखा गया था। पर इनकी आवाज, डीएनए और उनके स्वरुप की जांच के बाद वैज्ञानिकों ने तय किया है कि इन्हें दो नई प्रजातियों के रूप में वर्गीकृत करना ठीक रहेगा। इस शोध से जुड़े शोधकर्ता जॉन बेट्स ने बताया कि करीब पांच या छह इंच लंबे यह उल्लू बहुत छोटे और प्यारे होते हैं। इनके सिर पर पंखो का गुच्छा होता है। इनका रंग भूरा या ग्रे होता है जबकि कुछ का रंग मिला जुला भी होता है।

गौरतलब है कि स्क्रीच उल्लूओं को उनका यह नाम उनकी तेज आवाज के लिए मिला है। यह दोनों ही उल्लू अमेरिका में उल्लूओं की मेगास्कॉप्स जाति से सम्बन्ध रखते है जो उल्लूओं की सबसे समृद्ध प्रजातियों का समूह है, जिसमें अब तक उल्लूओं की 21 प्रजातियां खोजी जा चुकी हैं। 

इन दोनों ही प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा

इन नई मिली दो प्रजातियों में से एक को उत्तर-पूर्वी ब्राजील राज्य जहां यह पाए जाते है के नाम पर अलागोस स्क्रीच उल्लू (मेगास्कॉप्स एल्गोएन्सिस) नाम दिया गया है। जबकि दूसरे को अमेज़ोनिया की जिंगू नदी के सम्मान में जिंगू स्क्रीच उल्लू (मेगास्कॉप्स स्टेनजिया) नाम दिया है। उसका यह नाम भूमि अधिकारों के लिए काम कर रही कैथोलिक नन, सिस्टर डोरोथी मे स्टैंग के नाम और सम्मान में भी दिया गया है जिनकी जंगलों को बचाने के लिए किए जा रहे संघर्ष के चलते 12 फरवरी 2005 को उनकी हत्या कर दी गई थी।

इस अध्ययन से जुड़े अन्य शोधकर्ता जेसन वेकस्टीन ने बताया कि जंगलों की हो रही कटाई के चलते इन दोनों नई प्रजातियों पर खतरा मंडरा रहा है। उनके अनुसार 2019 में लगी भीषण आग के कारण जिंगू स्क्रीच उल्लू की यह प्रजाति खतरे में पड़ चुकी है, जबकि दूसरा अलागोस स्क्रीच उल्लू बहुत ही छोटे क्षेत्र में पाया जाता है जो व्यापक रूप से वनों के विखंडन का दंश झेल रहा है उनके अनुसार इसे गंभीर रूप से संकट ग्रस्त माना जाना चाहिए।

यह उल्लू ब्राज़ील के अटलांटिक जंगलों के पांच अलग-थलग पड़े वनखण्डों में ही पाया जाता है। इन अटलांटिक  जंगलों का केवल 10 फीसदी हिस्सा ही शेष रह गया है जबकि उसके केवल एक फीसदी हिस्से को ही संरक्षित माना गया है।

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