नए आंकड़ों के साथ दुनिया भर में जलवायु में बदलाव की सटीक और व्यापक जानकारी देगा नोआ

दुनिया भर में रिकॉर्ड किए गए 10 सबसे गर्म वर्ष, सभी 2010 के बाद हुए हैं। पिछले नौ वर्ष 2014-2022 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म रहे

By Dayanidhi

On: Thursday 16 February 2023
 
फोटो साभार : विकिमीडिया कॉमन्स

नोआ का पर्यावरण के बारे में जानकारी देने वाला राष्ट्रीय केंद्र (एनसीईआई) पृथ्वी की जलवायु के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए अपने वर्तमान वैश्विक जलवायु डेटासेट को अपडेट कर रहा है। साथ ही यह ग्रह के अभी तक देखे गए तापमान के रिकॉर्ड को 30 वर्षों तक बढ़ा रहा है।

वैश्विक जलवायु का आकलन करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले डेटासेट में जलवायु रिपोर्ट में पहली बार 14 फरवरी, 2023 को जारी किया गया। यह नया वैश्विक जलवायु डेटासेट 2019 के बाद से उपयोग किए जा रहे वर्तमान डेटासेट को आगे बढ़ाएगा।

एनसीईआई के निदेशक डेक अरंडट ने कहा, नोआ के दुनिया भर में सतह के तापमान के डेटासेट का यह नया संस्करण पृथ्वी की जलवायु का एक पूर्ण और व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान करेगा। उन्होंने कहा हमारे डेटासेट के नियमित अपडेट से हमें अपने गतिशील ग्रह के बारे में समझ बढ़ाने में मदद मिलती है।

इस अपडेट के दो प्रमुख भाग हैं:

आर्कटिक क्षेत्र के लिए अधिक आंकड़े शामिल हैं, साथ ही सीमित जलवायु के आंकड़े वाले अन्य स्थानों में जलवायु की निगरानी के लिए नए वैज्ञानिक तरीके भी शामिल हैं।

एनसीईआई के भूमि और महासागर के पुराने अभिलेखों के अवलोकनों का विश्लेषण करने के लिए बेहतर पद्धति का उपयोग करते हुए, दुनिया के वर्तमान जलवायु रिकॉर्ड में 30 और वर्ष जोड़े जाएंगे, जो अब 1850 तक बढ़ जाएगा।

नोआ के वैश्विक तापमान डेटासेट में दुनिया भर की भूमि की सतह के मौसम स्टेशनों के आंकड़ों के साथ-साथ जहाजों, बोया, सतह के ड्रिफ्टर्स, प्रोफाइलिंग फ्लोट्स और अन्य अनक्रूड स्वचालित सिस्टम से समुद्र की सतह के डेटा शामिल हैं। हाल ही तक आर्कटिक और अंटार्कटिक के आसपास पर्यावरण की स्थिति की निगरानी इन क्षेत्रों में कम तापमान के कारण अधिक चुनौतीपूर्ण रही है।

अपडेट किए गए संस्करण में अब पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों में तापमान की गणना के उन्नत तरीकों के साथ-साथ आर्कटिक के आसपास से अधिक प्लवों के आंकड़े  शामिल हैं।

नोआ के वैश्विक तापमान डेटासेट का नया संस्करण पिछले संस्करण की तुलना में पृथ्वी की जलवायु में समान तापमान का रुझान दिखाता है, यह दर्शाता है कि लघु और दीर्घकालिक जलवायु रुझान डेटासेट में सुसंगत रहते हैं।

यह नई जानकारी पृथ्वी के जलवायु इतिहास में एक महत्वपूर्ण समय पर आई है। आर्कटिक दुनिया का सबसे तेजी से गर्म होने वाला क्षेत्र है, जो किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में कम से कम तीन गुना तेजी से गर्म हो रहा है। दुनिया भर में रिकॉर्ड किए गए 10 सबसे गर्म वर्ष, सभी 2010 के बाद हुए हैं। पिछले नौ वर्ष (2014-2022) रिकॉर्ड पर सबसे गर्म रहे हैं।

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