अब तक का सबसे गर्म सितंबर हुआ रिकॉर्ड, वैज्ञानिकों ने कहा यह सीधा-सीधा मौत का फरमान

पृथ्वी अपने सबसे गर्म वर्ष की राह पर है, जो पूर्व-औद्योगिक काल की तुलना में लगभग 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है।

By Vivek Mishra

On: Thursday 05 October 2023
 

बढ़ता तापमान नित नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है। यूरोपीय संघ की जलवायु परिवर्तन एजेंसी ने 5 अक्तूबर, 2023 को अपनी रिपोर्ट में कहा कि रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बाद असामान्य रूप से गर्म मौसम सितंबर महीने में भी जारी रहा, जिसने वर्ष के सामान्य तापमान से भी ऊपर का एक नया स्तर स्थापित किया है।

पिछले महीने यानी सितंबर, 2023 का औसत वैश्विक तापमान 1991-2020 के औसत से 0.93°C अधिक था। यह कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस द्वारा रखे गए 83 वर्षों के रिकॉर्ड में  किसी महीने के औसत से ऊपर का सबसे गर्म रिकॉर्ड है।

कॉपरनिकस ने सितंबर के लिए औसत तापमान 16.38 डिग्री सेल्सियस की गणना की, जिसने सितंबर 2020 में बनाए गए पुराने रिकॉर्ड को आधा डिग्री सेल्सियस से तोड़ दिया। जलवायु रिकॉर्ड में यह बहुत बड़ा अंतर है।

 इस मामले में यूरो न्यूज ने लिखा कि कॉपरनिकस के निदेशक कार्लो बूनटेम्पो ने कहा, "यह वास्तव में आश्चर्यजनक है।" "हमारे रिकॉर्ड में किसी भी महीने में ऐसा कुछ नहीं देखा।" जबकि जुलाई और अगस्त में तापमान अधिक था क्योंकि वे कैलेंडर के अनुसार गर्म महीने हैं, सितंबर में वैज्ञानिक इसे सबसे बड़ी विसंगति या सामान्य से विचलन कहते हैं। गर्म होती दुनिया में तापमान संबंधी विसंगतियाँ डेटा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

यूरो न्यूज अपनी खबर में इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के जलवायु वैज्ञानिक फ्रेडरिक ओटो के एक ईमेल का जिक्र करते हुए कहता है, "यह कोई फैंसी मौसम आंकड़ा नहीं है।" “यह लोगों और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए मौत की सजा है। यह संपत्ति, बुनियादी ढांचे, फसल को नष्ट कर देता है।”

दुनिया भर में गर्म तापमान फैला हुआ है। बूनटेम्पो ने कहा कि वे मुख्य रूप से दुनिया के महासागरों में लगातार और असामान्य गर्मी से प्रेरित थे, जो सितंबर में सामान्य रूप से उतना ठंडा नहीं हुआ और वसंत के बाद से रिकॉर्ड तोड़ गर्मी रही है।

वहीं यूरो न्यूज ने कॉपरनिकस की उपनिदेशक सामन्था बर्गेस का हवाला देते हुए लिखा कि "पृथ्वी अपने सबसे गर्म वर्ष की राह पर है, जो पूर्व-औद्योगिक काल की तुलना में लगभग 1.4 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है।"

कॉपरनिकस ने बताया कि पिछला सितंबर 1800 के दशक के मध्य की तुलना में 1.75 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म था। दुनिया 2015 में पूर्व-औद्योगिक काल से भविष्य में तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का प्रयास करने पर सहमत हुई।

1.5 डिग्री सेल्सियस का वैश्विक सीमा लक्ष्य दीर्घकालिक तापमान औसत के लिए है, किसी एक महीने या वर्ष के लिए नहीं। हालांकि, वैज्ञानिकों ने फिर भी रिकॉर्ड बनाए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।

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