एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में आक्सीजन प्रेशर कम होने से 12 मरीजों की मौत

मध्यप्रदेश में कोविद संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है. 17-18 अप्रैल की रात शहडोल स्थित मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन प्रेसर कम होने से 12 गंभीर संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी है

By Rakesh Kumar Malviya

On: Sunday 18 April 2021
 

मध्यप्रदेश में कोविद संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है. 17-18 अप्रैल की रात शहडोल स्थित मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन प्रेसर कम होने से 12 गंभीर संक्रमित मरीजों की मौत हो गयी है| इससे एक दिन पहले भी यहाँ 10 लोगों मौत होना बताया गया है, लेकिन हेल्थ बुलेटिन में केवल 3 मृत्यु होना बताया गया है। आक्सीजन टेंकर नहीं पहुँचने से यह हालत बने। 

शासकीय चिकित्सा महाविदयालय  शहडोल इस इलाके का सबसे बड़ा अस्पताल है। पिछले महीनों में शहडोल में बच्चों की एक के बाद एक मौत क मामले सामने आए थे। मेडिकल कॉलेज शहडोल में शहडोल जिले के अलावा उमरिया, अनूपपुर जिलों के मरीजों को भी गंभीर होने पर रेफर किया जाता है। कोविड संक्रमण की दूसरी लहर में यहां रोज कोविड संक्रमित मरीज निकल रहे हैं। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 17 अप्रैल को शहडोल जिले में 1013 एक्टिव मरीज थे। 

दो दिन पहले मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मिलिंद शिरालकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अस्पताल में जरूरत के हिसाब से संसाधन नहीं होने की बात कही थी। यहां पर आ रहे मरीजों के अनुपात में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी नहीं है। 

शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात यहां भर्ती मरीजों की मौत होना शुरू हो गई। सुबह तक लगभग 12 मरीजों की मौत की खबर आने से हडकंप मच गया। अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने मीडियाकर्मियों को दिए गए बयान में 12 लोगों की मौत होने की बात कही, लेकिन बाद में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इसे छह बताया। मौतों के मामले में अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। इस पर डाउन टू अर्थ ने बात करने की कोशिश की, पर फोन रिसीव नहीं हुआ। 

दमोह में अटका रहा टैंकरः 

बताया जाता है कि अस्पताल के लिए आक्सीजन ला रहा टैंकर दमोह में रूक गया। प्रबंधन ने वैकल्पिक इंतजाम किए, पर यह मरीजों की संख्या के हिसाब से नाकाफी साबित हुए। डीन ने मीडिया को बताया कि यह मौतें गंभीर संक्रमित मरीजों की हुई हैं। 

शहडोल कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह के अनुसार मेडिकल कॉलेज में देर रात सिर्फ 6 मौत हुई है, लेकिन ये मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. हालांकि कलेक्टर ने माना कि ऑक्सीजन सप्लाई का प्रेशर कम हुआ था, लेकिन समय रहते ऑक्सीजन की सप्लाई कर दी गई थी. शहडोल जिले में 17 अप्रेल तक संक्रमण से 38 लोगों की मृत्यु होना बताया गया है।

पूजा-पाठ में लगा दिया समयः 

इंदौर में आक्सीजन ला रहे टैंकर की पूजा-पाठ और सजाने-संवारने में समय लगा दिया गया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें प्रशासन टैंकर लगे गुब्बारे की पंडित से पूजा-पाठ करवा रहा है। उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि प्रदेश में 20 अप्रैल तक 445 मीट्रिक टन,- 25 अप्रैल तक 565 मीट्रिक टन और 30 अप्रैल तक 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन केंद्र सरकार से प्राप्त होगी। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में आक्सीजन की सप्लाई तेजी से सामान्य हो रही है. 

ग्वालियर में कोविड मरीज के साथ अभद्रताः 

ग्वालियर के एक गैर सरकारी अस्पताल में 45 साल की एक कोविड मरीज के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी की अनुसार शनिवार रात की रात वार्ड बॉय ने वार्ड का दरवाजा लगा दिया और महिला के साथ बदतमीजी करने लगा। महिला ने फोन करके अपने रिश्तेदारों को बुला लिया। इस पर वार्ड बॉय अस्पताल से भाग गया। ग्वालियर पुलिस ने वार्ड बॉय और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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