संसद में आज: इस साल लू की वजह से केरल में मारे गए सबसे अधिक लोग

पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में कैंसर के कुल मामलों में से 3.6 फीसदी मामले भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं

By Madhumita Paul, Dayanidhi

On: Friday 21 July 2023
 

आज सदन में हानिकारक गैसों के रिसाव को लेकर एक सवाल पूछा गया। इसके जवाब में रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने जवाब देते हुए कहा कि 2021 में भारत में गैस और केमिकल रिसाव की 21 घटनाएं हुईं, वहीं 2022 में असम में केवल चार  घटनाएं दर्ज की गई। 

देश में लकवा और ब्रेन हेमरेज के बढ़ते मामले

देश में लकवा और ब्रेन हेमरेज के बढ़ते मामले को लेकर सदन में उठे एक प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 1990 से 2019 तक भारत में स्ट्रोक या आघात लगने की घटनाओं की दर में 37 फीसदी की वृद्धि हुई, लेकिन आयु आधारित घटना (-8.8 प्रतिशत) और विकलांगता समायोजित जीवन वर्ष (डीएएलवाई) (- 33.4 प्रतिशत) दरें कम हुईं हैं।

बघेल ने बताया कि शहरी और ग्रामीण लुधियाना में आईसीएमआर की जनसंख्या-आधारित स्ट्रोक रजिस्ट्री में शहरी आबादी की तुलना में ग्रामीण आबादी में रक्तस्रावी स्ट्रोक का अनुपात अधिक देखा गया। इसी तरह, असम के डिब्रूगढ़ में चल रही जनसंख्या-आधारित रजिस्ट्री में पाया गया कि इस आबादी (65.1 प्रतिशत) में रक्तस्रावी स्ट्रोक अधिक प्रचलित है और स्ट्रोक के मरीज कम उम्र के हैं।

भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में कैंसर के मामलों को लेकर, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल ने सदन में बताया कि, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान और अनुसंधान केंद्र (आईसीएमआर-एनसीडीआईआर) राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (एनसीआरपी) के अनुसार, 2022 में उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 53046 कैंसर के मामले थे।

बघेल ने बताया कि, पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में कैंसर के कुल मामलों में से 3.6 फीसदी मामले भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं।

प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य व्यय को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सत्यपाल सिंह बघेल ने सदन में बताया कि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (एनएचपी), 2017 में सरकारी स्वास्थ्य व्यय को समयबद्ध तरीके से सकल घरेलू उत्पाद का 2.5 फीसदी तक बढ़ाने की परिकल्पना की गई है। इसके अलावा, एनएचपी 2017 में यह भी परिकल्पना की गई है कि राज्यों को अपने स्वास्थ्य व्यय को अपने बजट के कम से कम 8 फीसदी तक बढ़ाना चाहिए और इस तरह के व्यय का दो तिहाई प्राथमिक देखभाल पर होना चाहिए।

बघेल ने कहा कि, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग (डीओएचएफडब्ल्यू) के लिए बजट आवंटन 2017-18 (बीई) में 47,353 करोड़ रुपये से 82 फीसदी  बढ़कर 2023-24 (बीई) में 86,175 करोड़ रुपये हो गया है।

सिकल सेल एनीमिया का उन्मूलन

सदन में एनीमिया का उन्मूलन को लेकर उठे एक सवाल के जवाब में सत्यपाल सिंह बघेल ने बताया कि, सिकल सेल रोग को खत्म करने के लिए माननीय प्रधान मंत्री द्वारा एक जुलाई, 2023 को मध्य प्रदेश से सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन शुरू किया गया।

मिशन का उद्देश्य सभी सिकल सेल रोग (एससीडी) रोगियों को सस्ती और सुलभ देखभाल प्रदान करना, एससीडी रोगियों की देखभाल की गुणवत्ता और जागरूकता सृजन के माध्यम से एससीडी के प्रसार में कमी लाना, आदिवासी क्षेत्रों के प्रभावित 278 जिलों में 0 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के सात करोड़ लोगों की सार्वभौमिक जांच करना और केंद्रीय मंत्रालयों और राज्य सरकार के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से परामर्श देना है।

भारतीय कंपनियों द्वारा निर्मित कफ सिरप

हाल ही में गाम्बिया में बच्चों के भारत में निर्मित कफ सिरप से होने वाली मौतों का मामला सामने आया था। इस विषय को लेकर, आज सदन में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने बताया कि, बच्चों की मौत की रिपोर्ट के बाद, सीडीएससीओ ने हरियाणा के राज्य औषधि नियंत्रक   से तथ्यों का पता लगाने के लिए मेसर्स मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड की निर्माण इकाई में जांच की गई।

जांच दल द्वारा निर्माण इकाई से उपरोक्त दवाओं के नमूने लिए गए और सीडीएससीओ की क्षेत्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला (आरडीटीएल) में परीक्षण और विश्लेषण के लिए भेजे गए। उक्त नमूने डायथिलीन ग्लाइकोल (डीईजी) और एथिलीन ग्लाइकोल (ईजी) दोनों के लिए नकारात्मक पाए गए।

पवार ने कहा कि, जांच के आधार पर, जिसमें अच्छी निर्माण के तरीकों (जीएमपी) के उल्लंघन का पता चला, हरियाणा के राज्य औषधि नियंत्रक ने औषधि नियम, 1945 के नियम 85 (2) के तहत मेसर्स मेडेन फार्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया और सोनीपत में मेसर्स मेडेन फार्मास्यूटिकल्स की सभी विनिर्माण गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश जारी किया गया है।

हीटवेव या लू से होने वाली मौतों के मामले

सदन में उठे एक प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल ने बताया कि, 2023 में, आंध्र प्रदेश, बिहार, दिल्ली, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में लू या हीटवेव से मौतें हुई

बघेल द्वारा संसद में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 30 जून, 2023 तक लू या हीटवेव से सबसे ज्यादा 120 मौतें केरल में हुईं, इसके बाद गुजरात में 35 मौतें हुई।

खाद्य पैकेजों पर लेबल लगाना

भारत में खाद्य पैकेजों पर लेबल लगाने की मांग बहुत पहले से की जा रही है, इसी को लेकर उठे एक सवाल का जवाब देते हुए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने पैकेज्ड भोजन की लेबलिंग के लिए आवश्यकताओं को निर्धारित करते हुए खाद्य सुरक्षा और मानक (लेबलिंग और प्रदर्शन) विनियम, 2020 अधिसूचित किया है।

विनियमन में पोषण संबंधी जानकारी के रूप में पैक के पीछे प्रतिशत में पोषक तत्वों और अनुशंसित दैनिक भत्ते (आरडीए) में उनके योगदान को प्रदर्शित करने की आवश्यकता होती है।

इसमें यह भी आदेश दिया गया है कि ग्राहकों को बिक्री से संबंधित सभी खाद्य उत्पादों (मात्र एक चीज से बने खाद्य उत्पादों को छोड़कर) में वजन या मात्रा के अनुसार उनकी संरचना के अवरोही क्रम में सामग्री की सूची का उल्लेख किया जाएगा। खाद्य व्यवसाय संचालकों (एफबीओ) के लिए इन विनियमों के अनुसार खाद्य पैकेज पर लेबल लगाना अनिवार्य है।

पवार ने कहा कि डिब्बाबंद खाद्य उत्पादों और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की कुल संख्या के संबंध में एफएसएसएआई द्वारा कोई आंकड़े नहीं रखे जाते हैं।

छत्तीसगढ़ में फसलों को नुकसान

आज कृषि और किसान कल्याण मंत्री ने राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए बताया कि, छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक,  मार्च 2023 में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से 18179.647 हेक्टेयर कृषि/बागवानी फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ। इसके अलावा, राज्य के 18 जिलों के 27658 किसान प्रभावित हुए हैं।

Subscribe to our daily hindi newsletter