चक्रवाती तूफान बिपरजॉय : गुजरात में तटीय इलाकों से 37,000 से अधिक लोगों को निकाला गया

पश्चिमी तट से टकराने वाला प्रचंड चक्रवाती तूफान बिपारजॉय लगभग 60 वर्षों में एकमात्र तीसरा चक्रवात है।

By Dayanidhi

On: Wednesday 14 June 2023
 
फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स

भारत और पाकिस्तान प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय से निपटने की तैयारी जारी रखे हुए हैं, जिसके भारत में कच्छ के पास टकराने और फिर पाकिस्तान की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने बताया कि, प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' पूर्वोत्तर अरब सागर से लगभग आगे बढ़ गया है। पिछले छह घंटों के दौरान तीन किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर की ओर बढ़ रहा है।

चक्रवात आज, 14 जून, 2023 को भारतीय समयानुसार 05:30 बजे यही बना रहा। यह गुजरात के जखाऊ पोर्ट से लगभग 280 किमी पश्चिम, दक्षिण पश्चिम में, देवभूमि द्वारका से 290 किमी पश्चिम, दक्षिण पश्चिम में, नलिया से 300 किमी पश्चिम, दक्षिण पश्चिम में, पोरबंदर से 350 किमी पश्चिम, उत्तर पश्चिम में और पाकिस्तान के कराची से 340 किमी दक्षिण, दक्षिण पश्चिम में है।

चक्रवाती तूफान के लगभग उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 15 जून की शाम तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी, सौराष्ट्र और कच्छ तथा पाकिस्तान के कराची तटों को पार करने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान के तटों को पार करने के दौरान 125 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका है।

पश्चिमी तट से टकराने वाला चक्रवात बिपरजॉय लगभग 60 वर्षों में एकमात्र तीसरा चक्रवात है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि जलवायु परिवर्तन के बुरे प्रभाव की ओर इशारा कर रहा है।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के मुताबिक, उन्होंने अब तक गुजरात के आठ जिलों में समुद्र के पास रहने वाले लगभग 37,800 लोगों को निकाला है। उन्होंने कहा राज्य सरकार तट से 10 किमी के दायरे में रहने वाले लोगों को निकालने का लक्ष्य बना रही है।

कहां होगी भारी बारिश?
तूफान के कारण आज 14 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज पूर्वी मध्य अरब सागर में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं।

वहीं पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिले के तटों में 65 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछली पकड़ने की गतिविधियों को पूरी तरह रोक दिया गया है, बचाव कर्मियों को तैनात किया गया है और जो लोग खतरे में हैं उन्हें निकालने की योजना बनाई गई है।

भारी नुकसान की आशंका
जैसा कि प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के 15 जून को गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची के बीच टकराने के आसार हैं, मौसम विभाग ने कई जिलों में घास-फूस से बने घरों के पूरी तरह से नष्ट होने और कच्चे घरों को भारी नुकसान पहुंचाने की बात कही है। अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान इन क्षेत्रों में बिजली और संचार के खंभे उखाड़ सकता है और रेलवे को बाधित कर सकता है और खड़ी फसलों, वृक्षारोपण और बागों को नुकसान पहुंचा सकता है।

बलूचिस्तान के तटीय क्षेत्र भी हाई अलर्ट पर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान की सरकार ने प्रांत के तटीय क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है, क्योंकि अरब सागर में प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय का प्रकोप जारी है और यह मकरान इलाके तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुद्दुस बिजेन्जो के आदेश पर तटीय इलाके में धारा 144 लागू की जाने की जानकारी सामने आई है।

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